माँ तुम्हारा प्यार ग़ज़ब है कभी प्यार कभी दुलार कभी ग़ुस्सा कभी धिक्कार ग़ज़ब है, कह देती हो कुछ ऐसा गले में निवाला अटक गया, दूजे ही पल देती हो दुलार और प्यार भरपूर, माँ तुम्हारा प्यार ग़ज़ब है । शिकायतें करती होतीं भरपूर और शब्दों से देती हो ह्रदय भेद उस पल ऐसा होता है … Continue reading माँ तुम्हारा प्यार ग़ज़ब है