हम तुम्हारे लिए

दुश्मनी में मोहब्बत का

इंतकाम हो तो,

तुम्हारी आंखों में नफरत

और होठों पर मुस्कान हो तो,

जीत जाओगे इस दुनिया को

एक मंजर में ही,

तुम्हारी नफरत में भी

अपनेपन का एहसास हो तो।

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जिंदा है

तुम्हारी मोहब्बत को अपनाने के लिए,

दिल में घर कर जाने के

एक पल का एहसास हो तो,

शमा सी मोहब्बत लिए

फिर रहे हैं जनाब,

तुम परवाने की तरह

जल जाने को तैयार हो तो।

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हम हर खुशी

इस कदर दिया करेंगे,

तुम हमसे

2 4 करने को तैयार हो तो,

उस मालिक से

ये नेमत मांगी है हमने,

हमारी सारी खुशियां तुम्हारी

अगर तुम लेने को तैयार हो तो।

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साथ खड़े रहेंगे

अंजाम तक तुम्हारे,

तुम अपने दुखों को

हमसे बांटने को तैयार हो तो,

आंसुओं को तुम्हारे

देख कर रो दिया करते हैं,

जान लोगे की

हर वक़्त

हम तुम्हारे लिए

निसार होने को तैयार हों तो।

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