आंखें चमकती हुई

आंखें तेरी चमकती हुई

फलक पर चांदनी सी,

दमकती हुई लहरें

समुद्र में हिलोरों सी,

चेहरे पर नूर ऐसा

सूरज की किरणों में

रेत जैसे चमकती हुई।।

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बांहें फैलाए

खड़ी हो ऐसे,

कुदरत की गोद में

इंद्रधनुष जैसे,

इन फूलों की

खूबसूरती तो देखो,

तेरे चेहरे पर

चमकती चांदनी जैसे।

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मोहब्बत में तेरी

खोए हुए रहते हैं,

जज्बातों के समंदर

हिलोरों में रहते हैं,

खुशियों की सीढ़ी लगाकर

सपने जो संजोए,

तेरा खुशनुमा अंदाज देख

इस दुनिया में रहते हैं।

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