इस बार दोस्तों चलो
कूछ घर से बाहर निकालते हैं,
अहसान किए बिना ही
कुछ लोगों का भला कर आते हैं,
ऊंची दुकान वाले तो
रोज़ अच्छा कमाते हैं,
गरीब के हाथ कमाने के
कुछ ही मौके आते हैं,
उनसे कूछ खरीद कर
कुछ पैसे उन्हीं तक पहुंचाते हैं,
वो भी अपने बच्चों के लिए
कुछ मिठाई कुछ पटाख़े ले आएं,
उनके भी कुछ पल इस दीवाली
हंसी-खुशी से बीत जाएं,
गरीबों की दुआ लगेगी
तो और खुशहाली आएगी,
साल में एक बार नहीं
फिर रोज दिवाली आएगी।।
By my friend — Kavi Rajesh
HAPPY DIWALI
धन्यवाद