अनपढ़ सा हूं मै, फिर भी ज्ञानवान हूं पल में तोला पल में मासा,फिर भी धैर्यवान हूं मै सब कुछ देखता और परखता, मुस्कुराहटों में लिपटा, सुखधम हूं मै अनपढ़ सा हूं मै, फिर भी ज्ञानवान हूं।। अपना सिर्फ सोचता हूं, फिर भी भाग्यवान हूं मै किसी को कोसता भी हूं, फिर भी क्षमावान हूं … Continue reading अनपढ़ सा हूं मै