उसके रहम को क्या नाम दें
हम तो यूंही इंतेहनों से गुजर आए हैं,
जरा नवाजी निभा दी थी उन्होंने
मोहब्बत का उसे नाम दे आए हैं।
इश्क़ ये नहीं आसान इतना तो समझ लिया
हम क्या करें हम तो उसे दिल ही दे आए है,
बड़े बडों के मशवरे ठुकरा दिए हमने
अब उसकी जरा सी दरख्वास्त पर जान दे आए है।