शुक्र कर रब कातू अपने घर में है,पूछ उस से जोअटका सफ़र में है! यहाँ पिता की शक्ल नहीं देखीआखरी वक़्त में कुछ लोगों ने,बेटा हॉस्पिटल में औरपिता कब्र में है तेरे घर में राशन है साल भर का,तू उसका सोच जो दो वक़्त कीरोटी के फ़िक्र में है ! तुम्हें किस बात की जल्दी … Continue reading शुक्र कर रब का