माँ तू कहाँ खो गयी, मेरी आँख कल नम हों गयी, जूझता समय से मै अधमरा हुआ हूं, जिन्दगी समय के तूफान में खो गयी। ---- मै निकला उस डगर जो दिखाई थी तूने, कर्तव्य पालन ये सीख ही सिखाई थी तूने, अब लौट कर किस डगर से आँउं ऐ माँ, हार मान लूं ऐसी … Continue reading माँ तू कहाँ खो गयी …… (dedicated to Sushant Singh Rajput – RIP)
Day: June 17, 2020
हरि नाम अनंता
हरि अनंता हरि नाम अनंता केशव चरण रज धारउँ मिलत परम आनंद अनंता। ____________________ हरि भक्ति अनंता परम सुखधाम अनंता मूरत चहूं ओर तिहारी गांऊं यही कथा अनंता। _____________________ लीलाधर स्वरूप अनंता ध्यान ज्ञान प्रपंच अनंता बखान करऊँ किस मुख से मुख मंडल मुस्कान अनंता।
लॉकडाउन ने खुद से मुलाक़ात करवाई है
कैसे अपनो के दिल की गहराइयों में और उतर जाएं, कहां शुरू करें और कहां ख़तम हो जाएं, इस सुंदर श्रृष्टि के आलिंगन में क्या फिर से अपनी ही दौड़ में खो कर रह जाएं। लॉकडाउन ने खुद से मुलाक़ात करवाई, कहां खड़े थे सफलता की शिखर पर देखते औरों को सोचते की अपनो की … Continue reading लॉकडाउन ने खुद से मुलाक़ात करवाई है
एक अछूता कवितामय प्रयोग🙏
अचानक आ कर मुझसे,इ ठलाता हुआ पंछी बोला ईश्वर ने मानव को तो-उत्तम ज्ञान-दान से तौला ऊपर हो तुम सब जीवों में-ऋषितुल्य अनमोल,एक अकेली जात अनोखी ऐसी क्या मजबूरी तुमको-तरस गयी होंठों पे शोख़ी! और सताकर कमज़ोरों को,अंग तुम्हारा खिल जाता है;अहः तुम्हें मिल जाता है कहो मैंने- कि कहो,आज सम्पूर्ण गर्व से कि- हर … Continue reading एक अछूता कवितामय प्रयोग🙏
तो क्या चाँद पर डेरा जमाएँगे ???
कभी सोचा नहीं था ऐसे भी दिन आएँगें, छुट्टियाँ तो होंगी पर मना नहीं पाएँगे, आइसक्रीम का मौसम होगा पर खा नहीं पाएँगे, रास्ते खुले होंगे पर कहीं भी जा नहीं पाएँगे, जो दूर रह गए उन्हें बुला नहीं पाएँगे, और जो पास हैं उनसे हाथ भी मिला नहीं पाएँगे, जो घर लौटने की राह … Continue reading तो क्या चाँद पर डेरा जमाएँगे ???