जगन्नाथ पुरी रथ यात्रा

प्रभु की कृपा देख

थोड़ा अचरज सा हो जाता है,

प्रभु की रथयात्रा में

हरि भक्त हो ढोता है।


प्रभु धर स्वांग अनेक

भक्तों को लिए चलते हैं,

भक्त उनकी माया अधीन

रथयात्रा  लिए चलते हैं।


भक्ति रस में डूबे प्रभु

मुस्कुराते अपना

भार हल्का करते है,

उस ओर अग्रसर

भक्त मिल कर

भक्ति का भाव संजोए

गदगद हो रथ को ढोते हैं।


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