नजर आते हैं

जिनके सबसे करीब होने की उम्मीद हो

वो सबसे दूर नजर आते हैं,

जरा सी बात हो जाए

बस हुज़ूर गुरूर में नजर आते हैं।


भाइयों से उम्मीद होती है जबरदस्त

वो ही उम्मीद में सदा नजर आते हैं,

फोन कर के देख लो

बहुत दूर अपनी दुनिया में

मसरूफ नजर आते हैं।


बेबस सी हो जाती है दुनिया

जब भाई अपने आप में

मसगूल नजर आते हैं,

मिन्नतें भी अगर कर लोगे तो

झटक कर हाथ चलते नजर आते हैं।


क्या करूं तेरे लिए ए दोस्त

आज की दुनिया में सिर्फ मतलबी ही

पास नजर आते हैं,

दस्तूर तो है कि

जूते की नोक पर रखें सबको,

पर क्या करें

माता पिता के सिखाए संस्कार

आड़े नजर आते हैं।

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