पिता

हर मोड़ पर इस सफ़र में

पिता याद आता है ,

जब ख़ुशियाँ हो संग तो

पिता याद आता है ,

दुविधा में हो ज़िंदगी तो

पिता याद आता है,

लगे कि कोई अपनी रोटी कम करके

हमें सुविधा दे ,

वो पिता याद आता है,

उपकारों को जिसके चुका नहीं सकते

वो पिता याद आता है ,

जब सक्सेस पाते हैं हम

तब पिता याद आता है ,

वो जो मुस्कुराते अपनी चमड़ी भी देदे

वो पिता याद आता है ,

जब सब तरफ़ से हो सिर्फ़ हार

हिम्मत देता वो पिता याद आता है ,

ग़लतियाँ करते हैं सब

उन ग़लतियों पर डाँट लगा कर

उन्हें सही करता है

वो पिता याद आता है ,

हर सुबह उठते ही नमन करता हूँ

तो पिता याद आता है ,

आपको सम्बोधित करता हूँ अब पिता श्री

चरण धुली समान भी बन पाऊँ तो

सौभाग्य मेरा होगा

जिस दिन जाने लोग आपको

हमारे नाम से

तो में जानू की सौभाग्य मेरा होगा

Happy Father’s Day dad

Your’s Chhotu

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