Site icon हिंदी साहित्य संग्रह

उसकी जरा सी दरख्वास्त पर

Advertisements

उसके रहम को क्या नाम दें

हम तो यूंही इंतेहनों से गुजर आए हैं,

जरा नवाजी निभा दी थी उन्होंने

मोहब्बत का उसे नाम दे आए हैं।


इश्क़ ये नहीं आसान इतना तो समझ लिया

हम क्या करें हम तो उसे दिल ही दे आए है,

बड़े बडों के मशवरे ठुकरा दिए हमने

अब उसकी जरा सी दरख्वास्त पर जान दे आए है।

Exit mobile version