हिन्दी वर्णमाला का क्रम

यह कविता जिसने भी लिखी प्रशंसनीय है।हिन्दी वर्णमाला का क्रम से कवितामय प्रयोग-बेहतरीन है।वंदन करते हैं उस कवि का अ चानकआ कर मुझसेइ ठलाता हुआ पंछी बोलाई श्वर ने मानव को तोउ त्तम ज्ञान-दान से तौलाऊ पर हो तुम सब जीवों मेंऋ ष्य तुल्य अनमोलए क अकेली जात अनोखीऐ सी क्या मजबूरी तुमकोओ ट रहे … Continue reading हिन्दी वर्णमाला का क्रम

कुछ शेष नहीं

ज़िंदगी में सागर की सी शांत लहरों में तूफ़ान आना ज़रूरी होता है , कुछ ना कहें हम तो सबके जज़्बातों में उफान आना ज़रूरी होता है । ——- कुछ ख़्यालों को दफ़नाते चले आए हैं ज़िंदगी भर, अब तो आदतें भी याद नहीं अपनी खुद को यूँही मिटा लेना इस दुनिया का दस्तूर मालूम … Continue reading कुछ शेष नहीं